गुरुवार, 2 अप्रैल 2015

मैं बड़ा भाई हूँ ना


महंगी, चमचमाती कार में बैठे ट्रैफिक लाइट के खुलने का इंतज़ार करते युवक ने देखा कि सड़क किनारे खड़ा वो बालक  उसकी कीमती कार को बड़े ही गौर से निहार रहा है । मंत्रमुग्ध सा , मानो कार न हुई कोई प्रेयसी हुई जो उसका मन हरे जाती हो ।
युवक ने कार का दरवाज़ा खोल दिया और उस बालक को कार में बिठा लिया ।

बालक :'बड़ी महंगी होगी न आपकी ये कार ? ' 

युवक : 'हाँ , काफी महंगी है !' दम्भ से फूले युवक ने उत्तर दिया ।
         ' ये कार मुझे मेरे बड़े भाई ने उपहार में दी है । '

बालक : 'आपके बड़े भाई कितने अच्छे आदमी हैं  । '

युवक : 'मुझे पता है कि  तुम क्या सोच रहे हो । तुम भी ऐसी महंगी कार पाना चाहते हो ना  ? '

बालक : 'नहीं । मैं भी आपके बड़े भाई जैसा बनना चाहता हूँ । मेरे भी छोटे भाई बहिन हैं ना । '


                                                                                                         - व्हाट्सप्प सन्देश से अवतरित। 


 
 

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