बोझिल है मन , सूखी आँखे ।
बाहर हरियाली जब खिड़की झाँके
मौसम खोकर क्या पायेगा तू ?चल आँख सेककर आना है ।
चाय तो एक बहाना है!
बिगड़ रहे सारे इकुएशन ।
ना पी. बी. सी.*, ना प्रमोशन ।
जले कलेजा क्यों अपना ही फिर? अब बड़को का भी खून जलाना है ।
चाय तो एक बहाना है!
थोड़ी खुशियाँ ,थोडा सा गम ।
पत्ती ज्यादा , चीनी थोडा कम ।
व्यर्थ इतना गम्भीर बाबरे ,अरे सब यही तो रह जाना है ।
चाय तो एक बहाना है !
उठा पटक संसद के अंदर ।
गधे, घोड़े ,खच्चर और बन्दर।
तर्क तराजू तोलो , साधो ,किसको इस बार जिताना है ।
चाय तो एक बहाना है !
शब्दावली -
पी. बी. सी. : आधुनिक कारखानो में मजदूरों की कार्यकुशलता मापने की एक गूठ मापक विधि है , जिसे साधने का गुण विरलों में ही होता है ।
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